TatiJhariya News:प्रखंड क्षेत्र के गांवों में इन दिनों 23 हाथियों के झुंड ने दहशत मचा रखी है। शुक्रवार रात, मंडपा गांव की जिरवा देवी (पति: राजकुमार सिंह) के चिरूआं में लगे धान के खेत को हाथियों ने बर्बाद कर दिया। जिरवा देवी ने बताया कि सैकड़ों बोझा धान की फसल को नुकसान पहुंचा है।
इसके अलावा, मंडपा के अन्य किसानों, जीरवा देवी (पति: रितु सिंह), महावीर तुरी (पिता: पुरण तुरी), और किरण देवी (पति: प्रवीण सिंह) की फसलों को भी हाथियों ने रौंद डाला।
हाथियों का यह झुंड बौधा डैम से होते हुए खंभवा के बंशी जंगल के रास्ते चिरूआं जंगल तक पहुंचा। जहां-जहां से यह झुंड गुजरा, वहां खेतों और फसलों को नुकसान पहुंचाया। पूर्वी वन प्रमंडल के वनकर्मी लगातार हाथियों को भगाने में जुटे रहे, लेकिन शनिवार शाम तक हाथी चिरूआं जंगल में मौजूद थे।
हाथियों के झुंड के गांव के पास आने से ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी न केवल फसलों को रौंद रहे हैं, बल्कि मवेशियों को कुचलने और कच्चे मकानों व चाहरदीवारी को भी ध्वस्त कर रहे हैं। धनकटनी के समय पर इस तरह का आतंक किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है।
ग्रामीणों की मांग:
- मुआवजा और राहत: पीड़ित किसानों ने सरकार और प्रशासन से मुआवजे और राहत की गुहार लगाई है।
- हाथियों के आतंक पर रोक: हाथियों को गांवों से दूर रखने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई है।
ग्रामीणों की दशा:
हाथियों के खौफ से लोग रातभर जागने को मजबूर हैं। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।