- झारखंड में बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव व्यावहारिक नहीं है, महंगी बिजली जनता कैसे वहन कर पायेगी : राकेश गुप्ता
Jharkhand News: हजारीबाग के प्रसिद्ध समाजसेवी सह जनता दल युनाइटेड के वरीष्ठ नेता राकेश गुप्ता ने दिन सोमवार को अपने कालीबाड़ी स्थित आवासीय कार्यलय से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर झारखंड में बिजली दर के बढोत्तरी के विरोध में नाराजगी जताया। जदयू नेता राकेश गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड वर्ष 2025-26 के लिए बिजली दरों में लगभग 30 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव पेश किया है। अगर यह प्रस्ताव लागू होता है तो शहरी के साथ ग्रामीण इलाकों के बिजली उपभोक्ताओं को अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा।
राज्य में घरेलू बिजली दर वर्तमान में 6.85 रुपये प्रति यूनिट है जिसे बढ़ाकर 8.85 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव रखा गया है। इससे शहरी उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 2.00 रुपये अधिक देना होगा। वहीं ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए यह दर 6.30 रुपये प्रति यूनिट से बढ़ाकर 8.00 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव है। उन्होंने बताया कि झारखंड में बिजली दर में बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव पर लोगों में काफी गुस्सा एवं नाराजगी है।
झारखंड में बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव व्यावहारिक नहीं है। दूसरे राज्यों से तुलना करें तो गुजरात में प्रति व्यक्ति आय झारखंड से तीन गुना है और वहां बिजली की दर 250 यूनिट से अधिक खर्च होने पर 5 रुपये प्रति यूनिट है। झारखंड में इतनी महंगी बिजली जनता कैसे वहन कर पायेगी। यूपी में 500 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर 6.5 रुपये और 600 यूनिट से अधिक खर्च होने पर 7 रुपये की टैरिफ है। इसलिए झारखंड सरकार को इस प्रस्ताव को वापस लेना चाहिए।