Tuesday, July 1, 2025
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हजारीबाग में जीआडा की आवंटित जमीन का सीमांकन, अतिक्रमण पर प्रशासन की सख्ती

  • भू-माफियाओं पर प्रशासन की सख्ती, सदर अंचलाधिकारी की अगुवाई में सीमांकन प्रक्रिया

हजारीबाग, झारखंड: सदर प्रखंड के चानो मौजा में जीआडा (झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण) को व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए सरकार द्वारा आवंटित 58 डिसमिल भूमि का सीमांकन किया गया। खाता संख्या 15, प्लॉट संख्या 1096 की इस जमीन पर कुछ भू-माफियाओं द्वारा अवैध कब्जे की लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद प्रशासन ने इस पर त्वरित कार्रवाई की।

सदर अंचलाधिकारी मयंक भूषण के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम और पुलिस बल के साथ इस भूमि का सीमांकन किया गया। सीमांकन के बाद जीआडा को आवंटित जमीन की बाउंड्री करने का निर्देश दिया गया, ताकि भविष्य में किसी भी तरह के अतिक्रमण को रोका जा सके।

सीमांकन प्रक्रिया के मुख्य बिंदु

शिकायतों के बाद त्वरित कार्रवाई: स्थानीय प्रशासन को यह सूचना मिली थी कि भू-माफिया इस जमीन पर धीरे-धीरे कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। मौके पर पहुंचकर निरीक्षण: सदर अंचलाधिकारी ने खुद मौके पर पहुंचकर जमीन का भौतिक सत्यापन किया। प्रशासनिक दल बल की उपस्थिति: किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल को भी सीमांकन प्रक्रिया में शामिल किया गया। बाउंड्री निर्माण का आदेश: जीआडा के अधिकारियों को जमीन के चारों ओर बाउंड्री वॉल बनाने को कहा गया ताकि भविष्य में अतिक्रमण न हो।

प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है। सदर अंचलाधिकारी मयंक भूषण ने साफ किया कि सरकारी या आवंटित भूमि पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा,
“यह जमीन जीआडा को व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए दी गई है, और इसका सही उपयोग सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। यदि किसी ने दोबारा कब्जा करने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले कुछ समय से यह जमीन विवादों में थी, और कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा इसे हड़पने की कोशिश की जा रही थी। अब जब प्रशासन ने खुद सीमांकन कर दिया है, तो उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह की समस्याएं नहीं आएंगी।

झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (JIADA) को यह जमीन व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए आवंटित की गई थी। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद अब जीआडा यहां औद्योगिक या व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो सकते हैं।

भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे? बाउंड्री वॉल का निर्माण: जीआडा को जल्द ही चारदीवारी बनाने का निर्देश दिया गया है। निगरानी और सुरक्षा: प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि समय-समय पर निरीक्षण जारी रहेगा। अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई: यदि भविष्य में किसी ने जमीन पर दोबारा कब्जे की कोशिश की, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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