Bishnugarh News: बाल विवाह रोकथाम परियोजना के तहत शुक्रवार को विष्णुगढ़ सभागार में प्रखंड के सरकारी स्कूल के शिक्षकों के साथ एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें प्रखंड के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक शामिल हुए। जीएफएफ के तत्वावधान में समाधान द्वारा आयोजित कार्यशाला में बाल विवाह रोकने में शिक्षकों की भूमिका विषय पर प्रकाश डाला गया।
संस्था की कार्यकारी निदेशिका हिल्डा पिंटो ने क्षेत्र में सामाजिक कार्य की प्रगति एवं उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए विषय प्रवेश कराया। कहा कि बाल विवाह रोकने के लिए बाल विवाह प्रतिषेध पदाधिकारी को सहायता प्रदान करने के लिए प्रत्येक स्कूल के शिक्षक को धारा 16 के तहत उत्तरदायी बनाया गया है। बाल विवाह रोकने में स्कूल के शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं। बाल विवाह का पता चलते हीं नजदीकी पुलिस स्टेशन, एसपी, चाइल्डलाइन, बाल कल्याण समिति, समाज कल्याण विभाग या महिला एवं बाल विकास विभाग को सूचित कर सकते हैं। स्कूल में भी किसी बच्चे की नियमित उपस्थिति प्रभावित होने और उसकी शादी होने की संभावना का पता चलते हीं उनके घर जाएं। उनके अभिभावक से बात कर उन्हें इनके कानूनी प्रावधानों की जानकारी दें। इसके अलावा स्कूल में बच्चों को बाल विवाह के दुष्परिणामों की जानकारी देकर उन्हें जागरूक करें। कहा कि विद्यालयों में समय-समय पर इस विषय पर विशेष कार्यक्रम कर बच्चों को जानकारी दें। कार्यशाला में व्याख्यान, समूह चर्चा के अलावा प्रतिभागियों द्वारा समीक्षा की गई।
मौके पर रश्मिलता, प्रभा कुमारी, नीतू कुमारी, राहुल शीतल के अलावा शिक्षकों में बैजनाथ प्रसाद, संजय कुमार, गौतम मंडल, मनोज यादव, अशोक कुमार, अजय पासवान, ललित नारायण, संगीता कुमारी,, हेमंती कुमारी, यशोदा देवी, ममता मिश्रा, शशि दास समेत कई शिक्षक मौजूद थे।