Bishnugarh News: विष्णुगढ़ प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष बुधवार को त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि संघ द्वारा कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार समेत दस सूत्री मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना दिया गया। इसमें जिप सदस्य समेत सभी पंचायतों के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य तथा वार्ड सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमुख जैबुन निशा तथा संचालन सारूकुदर मुखिया उत्तम महतो ने की। संबोधन में जनप्रतिनिधियों ने कहा कि प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में अफसरशाही एवं बिचौलिए हावी है। जनता का कोई भी काम सीधे तरीके से नहीं होता।
बिना बिचौलिए का सहारा लिए और चढ़ावे के बिना काम नहीं होता। इससे आम जनता त्रस्त है। इसका खामियाजा पंचायत प्रतिनिधियों को भुगतना पड़ता है। जनता के कोपभाजन का शिकार बनना पड़ता है। म्यूटेशन, रसीद निर्गत, मनरेगा, 15वें वित्त, ऑनलाइन सुधार समेत प्रत्येक काम के लिए रेट निर्धारित है। यहां भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन गया है। पंचायत प्रतिनिधियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इसमें 15 दिनों के भीतर सुधार नहीं हुआ तो जोरदार आंदोलन चलाया जाएगा। इसके उपरांत सीओ नित्यानंद दास के माध्यम से राज्यपाल के नाम दस सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों का संवैधानिक अधिकारों में हस्तक्षेप पर लगाम लगाने, विष्णुगढ़ प्रखंड को अनुमंडल का दर्जा देने, कार्यालय में भ्रष्टाचार पर रोक लगाने, सभी मौजा के खतियान को ऑनलाइन करने, शिविर लगाकर सभी रैयतों का लंबित रसीद निर्गत करने, पेंशनधारियों के लंबित राशि का भुगतान करने, पेंशन के आवेदनों की स्वीकृति, झारखंड राज्य सेवा गारंटी अधिनियम लागू करने, कर्मियों में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने की मांग शामिल है। मौके पर जिप सदस्य शेख तैयब, अशोक गुप्ता, सुशील मंडल, अजय मंडल, जयप्रकाश पटेल, महताब हुसैन, राजेश प्रसाद, लक्ष्मी कुमारी, रांजो देवी, बेलाल अंसारी, शिबू सोरेन, राजेन्द्र मंडल, माही पटेल, घनश्याम पाठक समेत कई पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।