बरही (हजारीबाग): जीटी रोड गोरहर के पास कोलकाता से बिहार जा रही यात्री बस के पलटने से 6 लोगों की मौत पर बरही अनुमंडल प्रशासन गंभीर है। प्रथम दृष्टया दुर्घटना का कारण जीटी रोड चौड़ीकरण में बने गड्ढे को बताया जा रहा है। दुर्घटना की सूचना पर एसडीओ जोहन टुडु और एसडीपीओ अजीत कुमार विमल, बरकट्ठा के सीओ, बरकट्ठा गोरहर के थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे थे।
एसडीओ और एसडीपीओ ने निरीक्षण के बाद प्रशासनिक पदाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, डीटीओ, रोड सेफ्टी मैनेजर एनएचएआई और राजश्री कंस्ट्रक्शन के साथ बैठक की। गोरहर, बरकट्ठा, बरही, चौपारण के सीओ और थानाप्रभारी ने बताया कि गोरहर से लेकर दनुआ घाटी तक जीटी रोड में दुर्घटनाएं होती हैं। गोरहर के पास यात्री बस के दुर्घटना का कारण सड़क चौड़ीकरण के लिए खोदे गए गड्ढे को बताया गया। बरकट्ठा और गोरहर के थानाप्रभारी ने बताया कि बरकट्ठा और गोरहर के बीच हर एक दो दिन में दुर्घटना होती है।
अक्टूबर से अबतक 12 से अधिक लोगों की जान चली गई। एनएचएआई और कंस्ट्रक्शन कंपनी ने तत्काल गड्ढा को भर देने की बात कही है। बरकट्ठा और गोरहर के सीओ और थानाप्रभारी ने कहा कि डायवर्सन के पहले स्पीड ब्रेकर, बैरियर और साइन बोर्ड लगाने और सोमवार बाजार के दिन दो गार्ड की नियुक्ति से दुर्घटनाओं पर रोक लग सकती है। एनएचएआई और कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बताया कि साइन बोर्ड लगाया गया है। सीओ और थानाप्रभारी की मांग पर गार्ड की नियुक्ति पर स्वीकारोक्ति दी।एनएचएआई के अधिकारी ने बताया कि फ्लाईओवर का काम भूमि विवाद के कारण रुका हुआ है। 80 लोगों का मुआवजा बाकी है। वर्ष 2019 में 60 किमी सड़क चौड़ीकरण की संविदा दी गई थी। अगस्त 2022 तक कंस्ट्रक्शन का काम पूरा कर लेना था। लेकिन बीच के 7 किमी सड़क जमीन मुआवजा विवाद के कारण निर्माण कार्य में परेशानी हो रही है। वही कहा कि नवंबर 2025 तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।