- डॉ अंबेडकर का अपमान कर मनुवादी मानसिकता उजागर कर दिया हैं : अरुण साहू
Barhi News :बरही प्रखंड कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी अरुण साहू के अगुवाई में जय बापु, जय भीम, जय संविधान अभियान के तहत अम्बेडकर सम्मान मार्च कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो विभिन्न मार्ग भामाशाह स्तिथ शिव मंदिर से बरही चौक से होते धनबाद रोड होते हुए हजारीबाग रोड़ डाॅ.भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल मनान वारसी तथा संचालन जिला ओबीसी अध्यक्ष दीपक गुप्ता ने किया ।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश कहा कि 18 वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान और संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है । भाजपा हमेशा लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती । इस बार तो हद पार कर दी । संविधान के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी । अडानी, मणिपुर, संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग ली गई । समता समानता और न्याय के डाॅ.भीमराव अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह भाजपा को कतई रास नही आई । सत्तापक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की । यही नही केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डाॅ.भीमराव अंबेडकर का अपमान कर संघ और भाजपा के मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी ।
अमित शाह ने कहा ” अभी एक फैशन हो गया है ” अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर । इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत भाजपा की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था और बैसाखी सरकार बनाकर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया था । लेकिन भाजपा ये खीज अब संविधान निर्माता पर निकाल रही है और बाबासाहेब का अपमान किया गया है । लेकिन दुख की बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमित शाह को सीख देने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तेज कर दी ।
कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष पीएम मोदी से अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है । लेकिन मोदी सरकार डाॅ.भीमराव के अपमान को अपराध मानने को तैयार नही है । उल्टे भाजपा ने सांसद की कारवाई ठप रखी है । यही नही अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे सांसदों के साथ धक्का मुक्की की गई । पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया । भाजपा ने षड़यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धराओं के तहत एफ आइ आर दर्ज करा दी गई । उन्होंने कहा कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे का मांग अटल है । जब तक अमित शाह इस्तीफ़ा नही देंगे हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
मार्च का अगुवाई कर रहें कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी अरुण साहू ने सभी को अभिनंदन करते हुए कहा की डॉ. आंबेडकर की विरासत की रक्षा के लिए हमारे संघर्ष को और सशक्त बनाने का संकल्प लिया जाएगा! साथ ही कहा की 18 वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान और संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है, बीजेपी हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान कर संघ और बीजेपी की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दिया हैं आज पूरा देश इनका इस्तीफा का मांग कर रहा है। विशिष्ट अतिथि जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि भाजपा और उसकी मातृ संस्था हमेशा से डाॅ.भीमराव अंबेडकर और संविधान विरोधी रही है । उन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया बल्कि इससे पहले डॉ भीमराव अंबेडकर को चुनाव हरवाया था। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री के.एन त्रिपाठी, पूर्व मंत्री जय प्रकाश भाई पटेल, धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष जय शंकर पाठक, पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी अरूण साहू, प्रदेश महासचिव बिनोद कुशवाहा, प्रदेश प्रवक्ता रियाज अंसारी, ईश्वर आनंद, शांतनु मिश्रा, प्रदेश सचिव मनोज सहाय पिंकू, अवधेश कुमार सिंह पूर्व जिला अध्यक्ष, विजय कुमार यादव, ओबीसी जिला दीपक गुप्ता, मनोज नरायण भगत, निसार ख़ान, संजय तिवारी, रेणु कुमारी, साजिद हुसैन, साजिद अली खान, मुकेश पासवान, परवेज अहमद, भैया असीम कुमार, अनिल भुईयां, राम कुमार पटेल, अजय प्रजापति, जुबैर खान, पदमा प्रखंड अध्यक्ष गौतम मेहता,डॉ निजामुद्दीन, चौपारण प्रखंड अध्यक्ष बैजू गहलोत, चंदवारा प्रमोद वर्णवाल, बीरबल साहू, हेलाल अख्तर, विजय कुमार रविदास, तौक़ीर रजा, इकबाल रजा, बबलू साव, कार्तिक पासवान, संतोष रजवार, जितेंद्र गिरी एवं विष्णुधारी महतो समेत सैकड़ो महिला एवं पुरुष मौजूद थे।