Bishnugarh News: विष्णुगढ़ के बाजारटांड स्थित माघी काली मंदिर में तीन दिवसीय पूजा-अर्चना एवं मेले में बुधवार को आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। स्थानीय समेत आसपास जिलों के अलावा अन्य राज्यों से भी हजारों श्रद्धालुओं ने मां के मंदिर में अपनी हाजिरी लगाई। सरकारी पूजा की शुरूआत माघी अमावस्या में मंगलवार की रात से शुरू हुई। मंगलवार-बुधवार की मध्यरात्रि में ईख, कुष्मांड तथा बकरे की बलि देकर श्रद्धालुओं ने मां काली से सुख, समृद्धि एवं उन्नति की कामना की। बुधवार की अहले सुबह मंदिर का पट्ट खुलते के बाद दिन भर हजारों श्रद्धालुओं ने मां काली के पूजन एवं दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया। इस बीच परिसर में सैकड़ों बच्चों के मुंडन संस्कार भी कराए गए।
पूरे मंदिर परिसर में भारी गहमागहमी रही। गुरूवार को भी दिन भर माता रानी की पूजा होगी। इसके बाद शाम में नगर भ्रमण के बाद माता की प्रतिमा का विसर्जन जुलूस निकाला जाएगा। तीन दिवसीय माघी काली पूजा को लेकर परिसर में मेले का भी आयोजन किया गया। जिसमें तरह-तरह की दुकानों के अलावा नाव झूला, चरखा, ब्रेक डांस, टोरा-टोरा, मिनी ट्रेन, राउंड जंपिंग, मिकी माउस समेत मनोरंजन के कई साधन लगे हैं। विष्णुगढ़ के माघी काली के प्रति लोगों की अपार श्रद्धा है। मान्यता है कि मां के दरबार पर सच्चे मन से मांगी गई सभी मनोकामना पूर्ण होती है। इसी विश्वास में मन्नत पूरी होने पर माघी अमावस्या को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है। विष्णुगढ़ के प्रायः घरों में पूजा में शामिल होने के लिए रिश्तेदार पहुंचते हैं। पूजा एवं मेले की भारी भीड़ को नियंत्रित करने एवं विधि-व्यवस्था को बनाये रखने में मंदिर कमेटी के सदस्यों के अलावा पुलिस प्रशासन भी सक्रिय रही।