- एक से आठवीं तक मे भी है शिक्षक की कमी
- एक से दशवीं के बच्चों को बैठने के लिए भवन की भी है कमी
Kanhachatti News: झारखण्ड सरकार शिक्षा विभाग पर जिस तरह से पढ़ाई-लिखाई और पोशाक किताब कॉपी पर खर्च कर रही है,करोड़ो अरबो पानी की तरह बहा रही है लेकिन ग्रामीण लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी विद्यालयों में घोर कमी है।कहीं भवन का अभाव तो कहीं स्कूल में शिक्षक ही नहीं और कहीं कहीं शिक्षक हैं भी तो दूसरे जिला में डिप्टेशन कर दिया गया है।कोल्हैया पंचायत के कोल्हैया गांव में उत्क्रमित उच्च विद्यालय है।एक से आठवीं वर्ग तक तो तो शिक्षक की कमी है ही उच्च विद्यालय में भी शिक्षकों का टोटा है।कोल्हैया उच्च विद्यालय में दो शिक्षक हैं जिनमे एक स्कूल में पदस्थापित हैं और दूसरे शिक्षक का प्रति नियुक्ति कोडरमा कर दिया गया।अर्थात कोल्हैया उच्च विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या 150,शिक्षक एक उच्च विद्यालय के कमरों की संख्या शून्य।ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षा विभाग को कई बार ग्रामीण शिक्षक की मांग किये हैं,मुखिया भी शिक्षक के मांग को लेकर पदाधिकारियों से मिल चुके है। लेकिन अब तक उच्च विद्यालय में शिक्षक की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई है।
मध्य विद्यालय के भवन में संचालित हो रहा है उच्च विद्यालय:- कोल्हैया उच्च विद्यालय का संचालन मध्य विद्यालय के भवन में ही संचालित हो रहा है।उच्च विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या 150 तथा पहली से आठवीं तक छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग 294 हैं और इतनी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की संख्या मात्र आठ क्लास रूम में पढ़ाई करते हैं।अर्थात कहा जाए कि जितना बच्चों की संख्या है उस हिसाब से कमरों की अभाव है।वहीं ग्रामीणों ने बताया उच्च विद्यालय का अपना भवन नहीं बना है।