- कान्हाचट्टी और गिधौर सीमा पर दो प्रखंड के सैकड़ो ट्रेक्टर मालिको ने किया बैठक
- किसी भी परिस्थिति में बालू की नहीं करेंगे आपूर्ति:- संघ
- अब बालू के लिए तरसेंगे अबुवा आवास योजना के लाभुक
- जो ट्रेक्टर मालिक बालू कहीं भी गिराते पकड़े गए तो संघ उनपर करेगी कार्रवाई
Kanhachatti News: सरकार ने जिस तरह से बालू में बवाल मचाई है तो इसका कहीं न कहीं खमियाजा भी आम आवाम को ही भुगतना पड़ता है।जब से सरकार बालू का टेंडर नहीं कर रही है तब से नया घर मकान बनाने वालों को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है।इतना ही नहीं सरकार अपनी रॉयल्टी बढाने के लिए बालू और अन्य खनन पर कार्रवाई कर तो जरूर रही है आखिर इसका खमियाजा किसे भुगतना पड़ रहा है,आम आवाम को।सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन,अंचल प्रशासन या थाना या फिर जिला खनन विभाग कार्रवाई कर रही है।जब ट्रेक्टर पकड़ा जाता है और उसका चालान कटता है,फ़ाईन लगता है तो बालू महंगा बिकता है।सब तरफ से आम आवाम गरीब गुरुबा को ही असर पड़ रहा है।
वर्तमान में जिला प्रशासन के दबाव के बाद अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी या जिला खनन पदाधिकारी ट्रेक्टर पकड़ रही है और ट्रेक्टर मालिको पर चालान या फिर मुकदमा दर्ज कर रही है।इसका असर अब अबुआ आवास,प्रधानमंत्री आवास योजना और जनकल्याण कारी योजना निर्माण पर भी पड़ रहा सरकार के इस रवैये से अजीज होकर कान्हाचट्टी और गिधौर प्रखंड के सैकड़ों ट्रेक्टर मालिको ने ब्रह्मपुर चौक पर एक बैठक किये।बैठक में सभी ट्रेक्टर मालिकों ने एक स्वर में कहा कि अब एक छटाक बालू कोई ट्रेक्टर मालिक नहीं गिराएंगे।बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि कोई भी कहीं भी चाहें जितना नजदीकी हो बालू नहीं उपलब्ध कराना है।संघ के अध्यक्ष बिनोद सिंह एवं सीताराम यादव ने बताया कि जो भी ट्रेक्टर मालिक बालू गिराते कहीं भी पकड़ा गया उस पर कमेटी जुर्माना लेगी।सरकार की रवैया की बदलाव और निर्णय के बदलाव तक यह हमारा संघ का निर्णय जारी रहेगा।उन्होंने बताया कि जिला स्तर की भी बैठक जल्द होगी और जिला स्तर पर बालू पर रोक लगाया जाएगा।
अबुआ आवास और प्रधानमंत्री आवास पर पड़ेगा असर:-झारखण्ड सरकार द्वारा चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं में शामिल अबुवा आवास योजना और केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाला प्रधानमंत्री आवास योजना पर अब बालू के अभाव में कार्य बाधित होंगे।चुकी इन प्रखंडो में बालू भी स्थानीय स्तर पर से ही लाया जाता है।और जब अब ट्रेक्टर मालिको ने बालू नहीं गिराने का निर्णय लिया तो ऐसे में आवासो के निर्माण पर असर पड़ेगा।
सरकार द्वारा संचालित योजनाओं पर पड़ेगी असर:-ट्रेक्टर मालिकों द्वारा बालू नहीं गिराने का निर्णय का असर सबसे ज्यादा सड़क निर्माण, पी सी सी,भवन निर्माण, पुल पुलिया निर्माण पर भारी असर पड़ेगा।चुकी जो भी इन प्रखंडो में काम होता है उसमें बालू लोकल स्तर से ही उपलब्ध करवाया जाता है।
बैठक में मुख्य रुप से बिनोद यादव,बिरेन्द्र यादव,अनुग्रह नारायण सिंह,मुकेश प्रजापति,शर्मा जी,सहित सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर एसोसियशन के लोग मौजूद थे।