Jharkhand News: चलकुशा (हजारीबाग) झारखंड प्राइवेट स्कूल संगठन के बैनर तले प्रखंड अध्यक्ष अमरजीत कुमार की अध्यक्षता में हॉलि एंजल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में निजी विद्यालयों के संगठन को सशक्त बनाने और झारखंड सरकार की नीतियों पर चर्चा की गई।
बैठक में अतिथि केन्द्रीय अध्यक्ष विनोद भगत, संगठन के केन्द्रीय सचिव प्रभु दयाल कुशवाहा, उपाध्यक्ष छोटेलाल साव,संरक्षक मधुप सर,उपाध्यक्ष मकसीर आलम , सहसंरक्षक मनोज कुमार सहसचिव मल्ताफ अली संगठन मंत्री मधुसुदन मेहता, सदर प्रखंड अध्यक्ष राजेश कुमार, बरकट्ठा प्रखंड अध्यक्ष प्रेम गुप्ता, बरकट्टा प्रखंड सचिव लक्ष्मण कुमार, इचाक प्रखण्ड अध्यक्ष अभिषेक मेहता , सचिव विकास कुमार पाण्डेय , चलकुशा प्रखंड के उपाध्यक्ष दिलीप कुमार पांडेय , कोषाध्यक्ष केदार,प्रधानाचार्य नीरज सिंह , प्रदीप चौधरी, प्रभाकार चौधरी,रोहित कुमार , सत्येन्द्र प्रसाद, रितेश चौधरी के साथ-साथ चलकुशा प्रखंड के निजी विद्यालयों के अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।बैठक में यू डाइस और अपार आईडी जैसे तकनीकी विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। सदस्यों ने इन प्रक्रियाओं को सुगम और पारदर्शी बनाने के लिए अपने सुझाव दिए। इसके अलावा, झारखंड सरकार द्वारा 2019 में पेश किए गए आरटीई संशोधन बिल पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।
सदस्यों ने इस बात पर चिंता जताई कि यह संशोधन बिल निजी विद्यालयों के संचालन और स्वतंत्रता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। संगठन ने इस संशोधन के विरोध में कोर्ट में चल रहे मुकदमे की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की और इसे मजबूती से लड़ने का संकल्प लिया।
सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि झारखंड सरकार के इस आरटीई संशोधन बिल के विरोध में सभी निजी विद्यालय संगठित होकर कदम उठाएंगे। संगठन ने यह भी तय किया कि शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने और निजी विद्यालयों के हितों की रक्षा के लिए एक सामूहिक रणनीति तैयार की जाएगी।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने निजी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में निजी विद्यालयों के योगदान को रेखांकित किया और इसे समाज के लिए महत्वपूर्ण बताया। संगठन के सदस्यों ने यह भी चर्चा की कि कैसे सरकारी नीतियों और नियमों का अनुपालन करते हुए निजी विद्यालयों के हितों की रक्षा की जा सकती है।
झारखंड प्राइवेट स्कूल संगठन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह निजी विद्यालयों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक में लिए गए निर्णयों को अमल में लाने के लिए जल्द ही एक कार्य योजना तैयार की जाएगी। संगठन ने शिक्षा की बेहतरी और विद्यालयों की समस्याओं के समाधान के लिए अपने प्रयास जारी रखने का संकल्प लिया।
यह बैठक निजी विद्यालयों की समस्याओं को सामने लाने और उन्हें हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। संगठन के सदस्यों ने एकजुट होकर शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।