Chatra News: समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरूपयोग को रोकने हेतु किए जा रहे कार्यों की समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक विकास कुमार पांडेय, वन प्रमंडल पदाधिकारी दक्षिणी मुकेश कुमार समेत अन्य सभी संबंधित जिले के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अफीम की खेती के विरुद्ध थाना स्तर व अंचल स्तर तक की अबतक की कार्रवाई की एक एक कर सभी थाना प्रभारी और अंचल अधिकारी से जानकारी ली गई। उपायुक्त ने सभी थाना प्रभारी और अंचल अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा अफीम की खरीद बिक्री करने वाले कारोबारियों के विरुद्ध कार्रवाई करें। और जिन क्षेत्र में अफीम की खेती की सूचना मिलती है तो खेती के विनष्टीकरण के साथ साथ जिनके द्वारा खेती की गई है और जो लोग उसमें संलिप्त हैं उन्हें चिन्हित करते हुए उनके ऊपर कठोर कार्रवाई करें। साथ ही नशीले पदार्थों व अफीम की खेती से होने वाले दुष्परिणाम के प्रति आमजनों के बीच चलाए गए जागरूकता अभियान की भी विस्तृत जानकारी ली गई।
उपायुक्त ने समीक्षा के क्रम में निर्देशित करते हुए कहा जिले में अफीम की खेती व कारोबारियों के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाएं। वैसे लोग जो भोले भाले लोगों को प्रलोभन देकर इस तरह के कार्य करते हैं उसको किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाय यह सुनिश्चित करें। थाना प्रभारियों द्वारा बताया गया कि जैसे ही अफीम की खेती या कारोबारियों के बारे में सूचना प्राप्त होती है उसपर वन विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए कार्रवाई की जाती है। रैयती भूमि पर अगर अफीम की खेती की जा रही है तो जमीन मालिक व उसमें संलिप्त लोगों के ऊपर कार्रवाई करे। वहीं सरकारी भूमि/ वन भूमि पर भी अफीम की खेती के रोकथाम हेतु करा कदम उठाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा प्रत्येक माह थाना स्तर पर की गई कार्रवाई की बिंदुवार समीक्षा की जाएगी।
बैठक में उक्त के अलावे अपर समाहर्ता अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरिया सन्नी राज, अनुमंडल पदाधिकारी चतरा जहूर आलम, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चतरा,सिमरिया, टंडवा, सभी अंचल अधिकारी एवं थाना प्रभारी समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।