- रसोईया धमना, बेंदगी और पुरहरा में कुल 131 यक्ष्मा संभावित मरीजों की ली गई बलगम
Barhi News: बरही अनुमंडलीय अस्पताल अंतर्गत रसोईया धमना, बेंदगी और पुरहरा में क्षय रोग जागरूकता शिविर लगाया गया। यह शिविर अस्पताल प्रभारी डॉ प्रकाश ज्ञानी के आदेशानुसार लगाया गया। रसोईया धमना में 45, बेंदगी में 68, पुरहरा में 18 यक्ष्मा संभावित मरीजों का बलगम लिया गया। इस मौके पर एसटीएस रवि शंकर कुमार, आईसीटीसी काउंसलर कदंबिनी दुबे ने लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरूक किया।
लोगों को टीबी रोग के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ट्यूबरकुलोसिस को आम बोलचाल की भाषा में टीबी कहते हैं। हालांकि, फेफड़ों में होने वाला टीबी सबसे आम प्रकार का होता है। कोरोना की तरह फेफड़ों में होने वाला टीबी भी खांसी और छींक द्वारा एक से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
टीबी का खतरा उन लोगों को सबसे अधिक होता है जिन्हें पहले से कोई बड़ी बीमारी जैसे एड्स या डायबिटीज आदि होती है। दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी होना, सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ होना, शाम के दौरान बुखार का बढ़ जाना, सीने में तेज दर्द होना, अचानक से वजन का घटना, भूख में कमी आना, बलगम के साथ खून आना, फेफड़ों का संक्रमण होना, लगातार खांसी आना, थकान होना, टीबी के मुख्य लक्षण हैं। उन्होंने ये लक्षण होने पर चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी। मौके पर एसटीएस रवि शंकर कुमार, आईसीटीसी कदंबिनी दुबे, सहिया साथी शाहजहां बेगम, सहिया में सुमन देवी, सरोज देवी, सुमिता देवी एवं अब्दुल्लाह अंसारी शामिल थे।