संविधान दिवस पर मंगलवार को टेकलाल महतो डिग्री महाविद्यालय में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं को भारतीय संविधान की विशेषताओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बताया गया कि भारतीय संविधान एक लिखित दस्तावेज़ है। जिसमें देश के शासन, अधिकारों और कर्तव्यों का विस्तृत विवरण है। भारत एक संघीय गणराज्य है।
संविधान के दायरे में रहकर हीं केंद्र और राज्य सरकारें अपने अधिकार क्षेत्रों में कार्य करती हैं। संसदीय प्रणाली में प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद संसद के प्रति जवाबदेह होते हैं। भारतीय न्यायपालिका स्वतंत्र और निष्पक्ष है, जो कानून की व्याख्या करने और सरकार के कार्यों की समीक्षा करने के लिए जिम्मेदार है। संविधान में नागरिकों को मौलिक अधिकार भी प्रदान किए गए हैं। संविधान के नीति निर्देशक सिद्धांत सरकार को सामाजिक और आर्थिक न्याय की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करते हैं। लचीले संविधान की वजह से समय-समय पर संशोधनों के माध्यम से बदलते समाज की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।
संविधान सामाजिक न्याय के सिद्धांतो को शामिल कर समाज में वंचित और पिछड़े वर्गों के उत्थान के प्रयास करने के लिए सरकार को प्रेरित करता है। कार्यक्रम में सहायक व्याख्याता डॉ. रामप्रकाश प्रसाद, प्रो. ललित कुमार, प्रो. सुमति कुमारी, प्रो. सुशीला कुमारी, प्रो. आकाशदीप महतो, प्रो. कृष्णा बैठा, प्रो. किशन राज, डॉ. जयराम कुमार, सेमिनार प्रभारी पवन प्रताप सिंह समेत कई विद्यार्थी शामिल थे।