- नया पर्यटन क्षेत्र: सिमरा ढाब सिझुवा के जंगल में है
- खूबसूरत झरना, अप्रोच रोड की कमी से नहीं आ पाते लोग,40 मीटर की ऊंचाई
TatiJhariya News: खूबसूरत वादियों से घिरे इस प्रदेश के अनेक पर्यटन स्थल अभी भी गुमनामी के शिकार हैं। ऐसे स्थल न तो सरकार के पर्यटन नक्शे में कहीं दर्ज है और न ही सैलानियों को उनके बारे में जानकारी है। ऐसा ही एक पर्यटन स्थल टाटीझरिया प्रखंड अंतर्गत खैरा पंचायत के सिमरा ढाब के सिझुवा जंगल में पहाड़ी नदी पर खूबसूरत झरना है। लगभग 40 फीट की ऊंचाई से पानी कई स्टेप में नीचे पहुंचता है। एक ही स्थान पर कई झरने बन गए हैं। पानी स्वच्छ है। झरना के चारों तरफ साल बहुल जंगल है। यहां तक पहुंचने के लिए ढ़ाई किलोमीटर पैदल रास्ता है। इस रास्ते में मोटर साइकिल मुश्किल से दो किलोमीटर तक जाती है। इसके बाद पैदल ही जाया जा सकता है। यह धर धरवा नदी पर स्थित है। पहुंच पथ नहीं बनने से लोग नहीं जा पाते हैं। और झरपो में कारी चट्टान धाम ,बोधा डेम और सिवाने नदी पिकनिक और पर्यटन के लिए नव वर्ष 2025 के स्वागत के लिए तैयार हैं
कैसे पहुंचे झरना तक
हजारीबाग से विष्णुगढ़ जानेवाली एनएच 100 पर स्थित झरपो गेट से लगभग 11 किलोमीटर व टाटीझरिया प्रखंड मुख्यालय से करीब 18 किमी की दूरी पर है। हजारीबाग मुख्यालय से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एनएच से झरपो होते हुए नारायणपुर से सिमरा ढाब जाने का रास्ता है। सिमरा ढाब तक ही चार पहिया वाहन से लगभग चार किलोमीटर जाता है। इसके बाद बाइक या पैदल जाना होगा।
पश्चिमी वन प्रमंडल में है झरना
सिमरा ढाब का सिझुवा जंगल पश्चिमी वन प्रमंडल हजारीबाग के अधीन है। जंगल में रास्ते का निर्माण करने का अधिकार वन विभाग को है। दूसरे सरकारी विभाग अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही सड़क को का निर्माण किया जा सकता है। वन विभाग झरना तक पहुंचने के लिए वन विभाग मोरम पथ का निर्माण विभागीय योजना से करा सकता है। सिमरा ढाब एक दशक पूर्व तक उग्रवादी गतिविधियों के लिए सुर्खियों में रहता था।