Monday, February 24, 2025
HomeEntertainmentमणिपुर हिंसा पर आधारित फिल्म 'द डायरी ऑफ मणिपुर': अमित राव का...

मणिपुर हिंसा पर आधारित फिल्म ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’: अमित राव का डेब्यू

मणिपुर हिंसा: एक ज्वलंत मुद्दा

मणिपुर हिंसा की गूंज अब वैश्विक स्तर पर सुनाई दे रही है, लेकिन इसका समाधान अभी भी अधूरा है। इसी गंभीर मुद्दे पर फिल्म ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ The Diary of Manipur बनाई जा रही है। यह फिल्म ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ के मेकर सनोज मिश्र की अगली पेशकश है। दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म के जरिए रंगमंच की दुनिया के जाने-माने कलाकार अमित राव हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत करने जा रहे हैं।

फिल्म के उद्देश्य और कहानी

मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म के लेखक, निर्माता और निर्देशक सनोज मिश्र ने ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह फिल्म मणिपुर हिंसा की सच्चाई को उजागर करेगी। सनोज मिश्र, जो समाज के ज्वलंत मुद्दों पर फिल्म बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं, ने कहा,
“मेरा कर्तव्य है कि मैं अपनी फिल्मों के माध्यम से समाज की सच्चाई दिखाऊं। चाहे विरोध हो या धमकियां, मैं सच को उजागर करना नहीं छोड़ूंगा।”

अमित राव का बॉलीवुड डेब्यू

फिल्म ‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ से अमित राव हिंदी सिनेमा में अपनी शुरुआत कर रहे हैं। रंगमंच में अपनी गहरी पकड़ के लिए मशहूर अमित ने बताया,
“मुझे लंबे समय से फिल्मों के ऑफर मिल रहे थे, लेकिन मैंने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया। जब सनोज जी ने मुझसे संपर्क किया और फिल्म की कहानी सुनाई, तो मैं इस प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने से खुद को रोक नहीं सका। मुझे लगता है कि यह मेरे लिए बॉलीवुड में कदम रखने का सही समय है।”

फिल्म की टीम और कलाकार

इस फिल्म का निर्माण सनोज मिश्रा फिल्म्स के बैनर तले किया जा रहा है। लेखक, निर्माता और निर्देशक सनोज मिश्र के साथ सह-निर्माताओं में यामीन खान, जावेद देवरियावाले, धीरेंद्र ठाकुर और संजय कुमार शामिल हैं।
फिल्म में विशेष भूमिकाओं में मानसी गुलाटी, जो एक प्रसिद्ध योग शिक्षिका हैं, और भजन सम्राट अनूप जलोटा नजर आएंगे। अन्य कलाकारों का चयन प्रक्रिया में है।

विरोध और चुनौतियां

सनोज मिश्र इससे पहले ‘काशी टू कश्मीर’ और ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ जैसी फिल्मों के लिए चर्चा में रहे हैं। इन फिल्मों का कड़ा विरोध हुआ और उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिलीं। इसके बावजूद, वह अपने काम के प्रति दृढ़ हैं और समाज की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

‘द डायरी ऑफ मणिपुर’ समाज के एक गंभीर विषय को उजागर करने वाली फिल्म है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म अपने संदेश को किस तरह से दर्शकों तक पहुंचाती है।

RELATED ARTICLES

Most Popular