अब तक विकाश से कोसों दूर है लातेहार जिले का यह गांव, बरसात आते ही मुख्यालय से कट जाते है ग्रामीण
लाइव पलामू न्यूज/बरवाडीह (मयंक कुमार ): केंद्र सरकार व राज्य सरकार की भाषण में हमेसा सुनने को मिलता है कि हर गांव को पक्की सड़क के साथ मुख्य सड़क से जोड़ा जाएगा, पर यह बातें सिर्फ सुनने के लिए ही रह गई है। बरवाडीह प्रखंड के चुंगरु पंचायत एक ऐसा पंचायत जो चारो ओर से नदियों से घिरा हुआ है। चुंगरु जाने के लिए बरवाडीह-गारु रोड लाभर पिकेट के पास से बायीं ओर एक कच्ची रास्ता जाता है जिसमे जाते ही दो नदी पड़ती है पहला नदी लाभर जावा नदी और दूसरा हड़ही नाला जो बरसात के दिन में भरा रहता है। पहाड़ी नदी होने के कारण हल्की बारिश में ही दोनों नदियों में पानी अपने उफान पर रहती है इस दौरान कोई भी वाहन का आवागमन का संभव नही होती है। इस पंचायत की स्थिति बरसात के दिनों में ऐसी हो जाती है कि गांव के लोग आपातकालीन में भी कहीं आ-जा नही सकते है। यहीं नही लाभर से चुंगरु तक सड़क भी बिल्कुल जर्जर अवस्था में है।

वहीं पिछले साल करोड़ों रूपये की लागत से चुंगरु पंचायत के नावाडीह गांव से हेहेगड़ा तक कालीकरण का सड़क निर्माण कराया गया था पर इस सड़क के बीच में भी एक सिनठोकवा नदी पड़ता है जो बरसात के दिन में उफान पर रहती है। नदी में पानी आ-जाने करना दोनों गांव हेहेगड़ा और चुंगरु के लोग एक दूसरे से पूरी तरह कट जाते है। बरसात के दिनों में लोग ऐसी विकट स्थिरी में जीने को विवश है कि किसी ग्रामीण का अगर तबियत खराब हो जाए तो इनके पास सिर्फ एक ही विकल्प बचता है झोला छाप डॉक्टर जिसने वो अपना इलाज कारवतें है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार ऐसा हुआ है की झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवाने के दौरान कई ग्रामीणों की मौत भी हो चुकी है परंतु क्या करे बरसात में नदी में बाढ़ आ-जाने के कारण कोई विकल्प ही नही बचता है।
चुनाव जितने के पहले नेता जी किए थे बड़े बड़े वादे
चुंगरु पंचायत के पूर्व मुखिया बालदेव परहिया, ग्रामीणों राजा ठाकुर, मनोज कुमार, बिगन कुमार, रामेश्वर कुमार सहित दर्जनों लोगो ने बताया कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान वर्तमान विधायक रामचंद्र सिंह के समक्ष गांव की यह समस्या को रखा गया था और चुनावी दौरा के समय विधायक रामचंद्र सिंह ने यह आस्वासन दिए थें कि मेरे चुनाव जीतते ही सबसे पहले मेरे द्वारा यह समस्या को दूर किया जाएगा परन्तु आज तक गांव की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए किसी नेता मंत्री, विधायक के द्वारा कोई पहल नही की गई। पूर्व मुखिया ने कहा कि गांव की हर सड़क को पक्की सड़क के साथ मुख्य सड़क से जोड़ा जाएगा यह सिर्फ निताओं का भाषण का एक लाइन बन कर रह गई है। वहीं पूर्व मुखिया बालदेव परहिया ने विधायक रामचंद्र सिंह, जिला प्रशासन व प्रखंड प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या से ग्रामीणों की निजाद दिलाने का मांग किया है।


