आरएसएस के सामाजिक समरसता विभाग ने मनाई भीमराव अंबेडकर की जयंती
लाइव पलामू न्यूज/मेदिनीनगर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सामाजिक समरसता विभाग ने गुरुवार को मेदिनीनगर के श्याम नगर स्थित शिव मंदिर के प्रांगण में (पलामू क्लब के पास)बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का जन्म जयंती दिवस मनाया। समरसता प्रमुख राजेश जायसवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहेब का जन्म न केवल अपने देश वरन् विश्व के लिए वरदान साबित हुआ।
वे न तो कभी भारत के धार्मिक आधार पर बंटवारे के पक्ष में थे और न ही कश्मीर में लगायी गई धारा 370 के समर्थक थे। वे अखंड राष्ट्रवाद के प्रबल समर्थक थे। बाबा साहेब ने 25नवंबर 1949 को संविधान सभा में वामपंथी विचारधारा का जबरदस्त विरोध किया था। उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब भारतीय संस्कृति पर हमेशा विश्वास रखते थे इसलिए वे आर्यों के भारतीय मूल का होने पर एकमत थे। आवश्यकता है कि हम जातिवाद से परे उठकर आपसी समरसता के साथ जीवनयापन करें तो बाबा साहेब के सपनों को साकार किया जा सकता है। वहीं आर एस एस के नगर संघचालक और वरीय अधिवक्ता सुनील कुमार मिश्र ने कहा कि बाबा साहेब के विद्वता को बहुत हद तक दबाए रखने का प्रयास किया गया जिसका नतीजा था कि सबसे योग्य होते हुए भी बहुत बाद में उन्हें भारत रत्न दिया गया।
उनके अध्ययन की आदत ऐसी थी कि वे अपने घर के बजाय अपने पुस्तकालय में उपलब्ध रहते थे। डॉ साहब ने पंथनिरपेक्ष राष्ट्र पर आर एस एस के समान विचार रखते थे। वे राष्ट्रवाद के अवधारणा के इतने बड़े समर्थक थे कि उन्होने सम्पूर्ण वांग्मय के खंड में लिखा है कि मैं जिऊंगा और मरूंगा हिन्दुस्तान के लिए। कार्यक्रम में सभी ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मौके पर करण कुमार (रवि), छोटू राम, ललन राम, विशाल कुमार, राहुल कुमार, बिट्टू जी, विवेक सोनी ,मदन मोहन पांडेय,राजमुनी सिंह,मोनी,छोटू राम समेत सैकड़ों लोग मौजूद थें।