राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत विश्वविद्यालय स्तरीय उन्मुखीकरण सह- नेतृत्व प्रशिक्षण के दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
लाइव पलामू न्यूज/लातेहार: बनवारी साहू महाविद्यालय के प्रांगण में गुरुवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के विश्वविद्यालय स्तरीय उन्मुखीकरण –सह- नेतृत्व प्रशिक्षण के दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन नीलांबर-पीताम्बर विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति, प्रो0 डॉक्टर दीप नारायण यादव, ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप मे एनएसएस के झारखंड राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ जॉनी रफीना तिर्की, एनपी विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक डॉ विभेश कुमार चौबे उपस्थित हुए।
इस अवसर पर एनपी विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्यतः एनपी विश्वविद्यालय के अंतर्गत तीनों जिलों पलामू, गढ़वा एवं लातेहार के महाविद्यालयों मे क्रियाशील एनएसएस इकाइयों के कार्यक्रम पदाधिकारियों एव स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देना है। जिसके लिए लगभग 16 महाविद्यालयों के 100-125 स्वयंसेवकों ने भाग लिया है और 20-25 महाविद्यालयों के कार्यक्रम पदाधिकारी जुटे हैं। उद्घाटन सत्र के अलावा तकनीकी प्रशिक्षण के तीन-तीन सत्रों का आयोजन कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों के लिए अलग अलग किया गया। इन प्रशिक्षण सत्रों को एनएसएस विशेषज्ञों डा ब्रजेश कुमार एवं डा रुफ़ीना तिर्की ने मुख्य रूप से संबोधित किया। कार्यक्रम में रात को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया गया है।
जिसमे प्रमंडल के 16 महाविद्यालयों के स्वयंसेवक भाग लेंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि डॉक्टर दीप ओझा ने कहा कि विगत वर्ष मे एनपी विश्वविद्यालय के अंतर्गत एनएसएस की गतिविधियों का बहुत विकास हुआ है। लातेहार जिला मे ऐसे कार्यक्रम का होना यहाँ के शैक्षणिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। एनएसएस एक उद्देश्य होता है जिसमे अहं से त्वम एवं वयं की सोच को बढ़ता है। एनएसएस ने कोरोना काल मे बहुत बेहतर कार्य किए। विशिष्ट अतिथि राज्य नोडल पदाधिकारी डा ब्रजेश कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयंसेवकों को विभिन्न विषयों पर जानकारी देना है। झारखंड के दृष्टिकोण से जल-संरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। इस कार्यक्रम मे गढ़वा जिला के एनएसएस नोडल पदाधिकारी कमलेश सिन्हा, बीएस कॉलेज के शिक्षकगण, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थें।