- एक कमरे में सिमटा पंचायत सचिवालय का संचालन
Kanhachatti News: चतरा जिले के कान्हाचट्टी प्रखंड के बक्चुम्बा पंचायत की स्थिति बेहद चिंताजनक है। यहां पंचायत सचिवालय का भवन बनने के 15 साल बाद भी हैंडओवर नहीं हो सका है। पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य और ग्रामीण पंचायत सचिवालय के कार्यों के लिए निजी स्थानों पर बैठकें करने को मजबूर हैं।
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Toggle2012-13 में बना था भवन, फिर भी जनता को नहीं मिला उपयोग का अधिकार
सचिवालय भवन का निर्माण वर्ष 2012-13 में विशेष प्रमंडल के तहत कराया गया था। लेकिन यह भवन आज तक पंचायत को सुपुर्द नहीं किया गया। मुखिया पार्वती देवी ने बताया कि भवन हैंडओवर के लिए कई बार उपायुक्त से निवेदन किया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जमीन विवाद में उलझा भवन, संवेदक ने बना लिया निजी आशियाना
भवन निर्माण का ठेका लाभुक समिति के नाम पर हुआ था, लेकिन निर्माण के बाद भूमि मालिक लीना सिंह ने उस पर कब्जा कर लिया। उनका कहना है कि जब जमीन उनकी है, तो मकान किसी और का कैसे हो सकता है। संवेदक ने भवन का उपयोग निजी घर के रूप में शुरू कर दिया।
विशेष प्रमंडल की लापरवाही का दंश झेल रहे ग्रामीण
विशेष प्रमंडल की लापरवाही के कारण पंचायत सचिवालय का भवन अब तक उपयोग में नहीं आ पाया। लाभुक समिति के सदस्यों पर सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला दर्ज हुआ, और वे जेल भी जा चुके हैं।
जमीन मालिक और प्रशासन के बयान
- जमीन मालिक चंद्रदेव सिंह: मेरी पत्नी के नाम से जमीन का केवाला है। मामला उच्च न्यायालय में लंबित है। सरकारी भवन मेरी जमीन पर क्यों बनेगा?
- उपविकास आयुक्त अमरेंद्र कुमार सिन्हा: हमें जानकारी मिली है कि भवन पर अवैध कब्जा किया गया है। जल्द ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष:
पंचायत सचिवालय भवन का विवाद सुलझाने में प्रशासन की निष्क्रियता और संवेदकों की अनियमितता के कारण बक्चुम्बा पंचायत के ग्रामीण अपने अधिकारों से वंचित हैं। पंचायत सचिवालय के अभाव में यहां विकास कार्य भी बाधित हो रहे हैं।