निगम की निरंकुशता पर दीपक का हमला, कहा दिखावा का काम कर लूट रहा निगम, निगम की दो साल की योजना का हो जांच
आयुक्त से मिले दीपक, ज्ञापन सौंप निगम की कार्यशैली पर उठाया सवाल
लाइव पलामू न्यूज/मेदिनीनगर: मेदिनीनगर नगरनिगम के विपक्षी बोल दीपक तिवारी ने निगम की कार्यतालिका पर फिर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। प्रमंडलीय आयुक्त जटाशंकर चौधरी से मुलाकात कर नगरनिगम की कार्यशैली को भ्रष्टाचार की जड़ बताते हुए पानी, बिजली, नली-गली, साफ-सफाई को दुरूस्त करने के अलावा दो साल की कार्ययोजना की जांच करने की मांग की है। झामुमो नेता सह इंडियन रोटी बैंक के प्रदेश संयोजक दीपक तिवारी ने आयुक्त को ज्ञापन सौंप बताया कि विकास से अछूता रहा मेदिनीनगर शहर को नगरनिगम बनने से ढेरों आशाएं थी।

विकास के लिए निगमवासीयों ने फाइन के साथ बढ़ोतरी होने पर भी टैक्स भरा। लेकिन सिर्फ दिखावे वाले कार्य अधिक किए गए। आम जनमानस आज भी मुलभूत सुविधा से वंचित हैं। जिसपर त्वरित संज्ञान लेते हुए आयुक्त श्री चौधरी ने नगरनिगम से इन सवालों पर जवाब मांगा है। नगरनिगम के मनमानी के खिलाफ सबसे अधिक मुखर दीपक तिवारी ने बताया कि जल ही जीवन है। परंतु ड्राई जोन होकर भी यहां पेयजलापूर्ति की योजना ठप्प पड़ी हुई है। जहां पेयजलापूर्ति की सुविधा है भी वहां गंदे नाली का पानी सप्लाई करने से निगम बाज नहीं आ रही है। शिकायत करने पर पैसा वसूलने वाली निगम पीएचडी विभाग को जिम्मेदार ठहरा कर पल्ला झाड़ लेती है।
वहीं कहा कि मुख्य सड़कों पर बिजली का बल्ब लगाकर जितना जगमगाहट का दिखावा किया जा रहा है, गली-मोहल्लों में उतना ही अंधेरा छाया हुआ है। रख-रखाव से लेकर पोल-तार-बल्ब को लेकर कोई मेंटनेंस नहीं है। ये आलम मुख्य पथों पर भी देखी जा सकती है। वही हाल ड्रेनेज, बड़ी नालियों के निर्माण एवं साफ-सफाई के दावे की है जो हर रोज किए जा रहे हैं, परंतु ये दावे खोखले हैं। लोगों का जीना मुहाल है। नालियां सड़क पर बह रही है। गली मुहल्ले बजबजा रहे हैं। निगम में शिकायत का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि वही कार्य पैसे लेकर निगम के कर्मी कर रहे हैं, और निगम के पदधारी एसी में बैठकर शिकायतों का इंतजार कर रहे हैं। जबकि जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि जनता से मिलकर उनकी शिकायत सुने। दीपक ने पदधारीयों को जमकर कोसा और कहा कि निगम का मुख्य कार्य साफ सफाई भी दिखावे का जरिया मात्र बनकर रह गया है।
मेयर, डिप्टी मेयर, पार्षद एवं कुछेक कद्दावर लोगों का एरिया छोड़ दिया जाए तो बाकी जगहों पर खानापूर्ति होती है। इतना ही नहीं दीपक तिवारी ने पदधारीयों पर हमलावर तेवर भी दिखाया। दीपक तिवारी ने बताया कि जनता के टैक्स के रूपयों का सुविधा पहुंचाने के बजाय बेवजह के कार्यों में खर्च किया जा रहा है। टेंडर पर टेंडर निकाल कर पैसे की बंदरबांट की जा रही है। बड़े-बड़े योजनाओं के नाम पर कई कार्यों में लीपापोती की जा रही है। चमक धमक दिखा कर लूटा जा रहा है। दीपक ने प्रमंडलीय आयुक्त से दो साल की सभी योजनाओं की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
