- जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिवसीय अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
Bishnugarh News: जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिवसीय अभियान के तहत गुरूवार को अतिथि सत्कार सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। समाधान संस्था द्वारा आयोजित किए गए कार्यशाला में विभिन्न पंचायतों के स्टेक होल्डर शामिल हुए। कार्यशाला के विषय प्र्रवेश कराते हुए कार्यकारी निदेशक हिल्डा पिंटो ने दिव्यांग व्यक्तियों को मिले अधिकारों पर जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि समाज के दिव्यांगजन भी हरेक क्षेत्र में बराबरी के हकदार हैं।
संविधान द्वारा भी उन्हें भी सभी मौलिक अधिकार प्र्रदान किए गए हैं। इसके अलावा दिव्यांगजनों को वर्ष 2016 में संविधान प्रदत कुछ विशेष कानूनी अधिकार भी दिए गए हैं। जिनमें बराबरी एवं भेदभाव सेे सुरक्षा का अधिकार, गरिमा से समुदाय में रहने, प्रजनन सुरक्षा का अधिकार, मतदान में सुगमता, हिंसा-शोषण से सुरक्षा समेत कई अधिकार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक किसी भी सेवा में रहते हुए कोई कर्मचारी यदि दिव्यांग हो जाए तो उन्हें सेवा से बर्खास्त नहीं किया जा सकता और न उनका वेतनमान कम किया जा सकता है।
दिव्यांगता के आधार पर कोई भी संस्थान विद्यार्थी को दाखिले से मना नहीं कर सकता। दिव्यांगता के कारण यदि परीक्षा लिखने में परेशानी होे रही हो तो उसे अतिरिक्त समय तथा सहयोगी लेखक भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा आम नागरिकों की तरह दिव्यांग भी पैतृक संपत्ति के बराबर के अधिकारी होगें। संस्था अध्यक्ष संजीव भट्टाचार्जी ने भी दिव्यांगों को मिले विशेष अधिकारों के बारे में बताया। मौके पर संस्था अध्यक्ष संजीव भट्टाचार्जी, नीतू कुमारी, रश्मिलता, राहुल शीतल, प्रभा कुमारी, रीता देवी, पूर्व जिप सदस्य यशोदा देवी, पंसस मुन्नी देवी, उपमुखिया रीना देवी समेत कई स्टेक होल्डर शामिल थे।