- महाराज श्री ने कहा कैसे हो चंद्रप्रकाश…. प्रणीत तुम्हारी तबीयत कैसी है मुख्वाणी से किया भेंट
- महाराज श्री के आशीर्वाद और वाणी ने हमारे जीवन को नई दिशा दी :– चंद्र प्रकाश जैन
Hazaribagh News: हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने अपने संपूर्ण परिवार के साथ जशपुर छत्तीसगढ़ में महाराज सुयश सागर जी के अवतरण दिवस पर उनके चरणों में आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर महाराज श्री ने सर्वप्रथम सबसे पहले कैसे हो चंद्रप्रकाश और प्रणीत तुम्हारी तबीयत कैसी है कहा।
इस अवसर पर उन्होंने महाराज श्री के दिव्य उपदेशों को आत्मसात किया और समाज में उनके द्वारा दिए गए आध्यात्मिक मार्गदर्शन को प्रसारित करने का संकल्प लिया। महाराज सुयश सागर जी, जो पिछले चार महीनों से हजारीबाग में रहकर भक्ति की अलौकिक लहरें फैलाते रहे हैं, अपनी शिक्षाओं और वाणी से हजारीबाग वासियों को न केवल आध्यात्मिक रूप से सशक्त किया, बल्कि उनके जीवन में प्रेम, सत्य और आत्मनिर्भरता के महत्व को भी समझाया। उनकी प्रमुख वाणी और उपदेशों ने स्थानीय जनसमुदाय को भक्ति भाव में डुबो दिया और उनके अनुयायी एक नई दिशा में अपनी जिंदगी को संवारने में सक्षम हुए। महाराज श्री का प्रभाव इतना गहरा था कि उनकी उपस्थिति में हर व्यक्ति ने आत्म-विश्लेषण की प्रक्रिया शुरू की और अपने जीवन को उच्चतर मानक की ओर ले जाने की ठानी।
चंद्र प्रकाश जैन ने बताया कि महाराज श्री का सान्निध्य और उनके आशीर्वाद से ही हम सबका जीवन बदलने की दिशा में अग्रसर हो सका है। उनका मार्गदर्शन जीवन की हर कठिनाई को पार करने में सहायक सिद्ध हुआ है।
महाराज सुयश सागर जी वर्तमान में जशपुर, छत्तीसगढ़ में भी अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान कर रहे है, जहां उन्होंने स्थानीय जनों को नई दिशा दी और उनके जीवन में संतुलन, शांति और आनंद का आभास कराया।
इस तरह के आध्यात्मिक आयोजनों और मार्गदर्शन के द्वारा महाराज श्री ने समाज को एक नया दृष्टिकोण दिया, जो जीवन को उच्चतम नैतिकता और सच्चाई के साथ जीने की प्रेरणा देता है। उनके संदेश ने हजारीबाग में एक नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया, जिससे क्षेत्र में भक्ति भाव और समृद्धि की लहर चल पड़ी है।