भारतीय स्टेट बैंक ने मनाया अपना 66 वाँ स्थापना दिवस
मेदिनीनगर : पलामू के नीलाम्बर पीताम्बर-पुर प्रखंड अंतर्गत मनाया गया भारतीय स्टेट बैंक का 66 वाँ स्थापना दिवस। 66 वें स्थापना दिवस के अवसर पर बैंक कर्मियों और शाखा प्रबंधक के द्वारा उपभोक्ताओं के बीच मास्क व सैनिटाइजर एवं बैंक कर्मियों के बिच टोपी वितरण क्या गया। इस अवसर पर शाखा प्रबंधक एवं बैंक कर्मियों द्वारा ग्राहकों को बेहतर सेवा देने का संकल्प भी लिया गया।

शाखा प्रबंधक संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि ग्राहकों को कोविड-19 के समय काफी सुविधा मुहैया कराई जाती रही है। साथ ही साथ उन्होंने बताया कि कोविड-19 के खिलाफ जंग लड़ने वाले योद्धा जो कोविड-19 को मात देकर लौट चुके हैं वैसे परिवार वालों को 3 लाख तक का कवच लोन दि जायेगी। कार्यक्रम के दौरान शाखा प्रबंधक ने ग्राहकों को योनो एसबीआई एप्लीकेशन से होने वाले फायदों के बारे मे भी बताया तथा सभी से कोविड-19 कि वैक्सीन लेने के लिए अपील भी की।



कब हुई थी एसबीआई बैंक कि स्थापना
वर्ष 1951 में जब प्रथम पंचवषीय योजना शुरु हुई तो देश के ग्रामीण क्षेत्र के विकास को इसमें सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। उस समय तक इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया सहित देश के वाणिज्यिक बैंकों का कार्य-क्षेत्र शहरी क्षेत्र तक ही सीमित था तथा वे ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक पुनर्निर्माण की भावी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं थे।
अत: सामान्यत: देश की समग्र आर्थिक स्थिति और विशेषत: ग्रामीण क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अखिल भारतीय ग्रामीण ऋण सर्वेक्षण समिति ने इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का अधिग्रहण कर उसमें सरकार की भागीदारी वाले और सरकार द्वारा प्रायोजित एक बैंक की स्थापना करने की सिफारिश की जिसमें पूर्ववती राज्यों के स्वामित्व वाले या राज्य के सहयोगी बैंकों का एकीकरण करने का भी प्रस्ताव किया गया।



तदनुसार मई 1955 में संसद में एक अधिनियम पारित किया गया तथा 1 जुलाई 1955 को भारतीय स्टेट बैंक का गठन किया गया। इस प्रकार भारतीय बैंकिंग प्रणाली का एक चौथाई से भी अधिक संसाधन सरकार के सीधे नियंत्रण में आ गया। बाद में, 1959 में भारतीय स्टेट बैंक (अनुषंगी बैंक) अधिनियम पारित किया गया जिसके फलस्वरुप भारतीय स्टेट बैंक ने पूर्ववती राज्यों के आठ सहयोगी बैंकों का अनुषंगी के रूप में अधिग्रहण किया (बाद में इन्हें सहयोगी बैंक का नाम दिया गया) इस प्रकार भारतीय स्टेट बैंक का प्रादुर्भाव सामाजिक उद्देश्य के नए दायित्व के साथ हुआ।
रिपोर्ट संतोष श्रीवास्तव